Tuesday, September 1, 2009

यादें कुछ खास है ........

यादें कुछ खास है ........


हमारा दिमाग चिंताओं और भविष्य की योजनाओं से दब गया है. इस दबाव से हम छोटे सुखों को थमने की कोशिश ही नहीं करते जो कि हमारी जिंदगी को जगमजा देते हैं . ये छोटे छोटे खुशियाँ हमारी जिंदगी में बार बार आते हैं, लेकिन हम बड़े आशीर्वादों के इंतजार में इन्हें अनदेखा कर देते हैं . जिन छोटे छोटे खुशियों को, छोटे छोटे सुखों को हमने खो दिया है, उन्हें वापस तो नहीं लाया जा सकता, लेकिन आने वाले छोटे छोटे सुखों को, छोटे छोटे खुशियों को हम तहेदिल से स्वागत कर सकते हैं. उन बीते हुए पलों को याद करके उस अनंत आनंद को प्राप्त कर सकते हैं, जिस आनंद को हर इंसान तरसता है ...........


उन्ही कुछ बीते हुए पलों की कड़ी में मैं दिनांक २६ अगस्त, २००९ को मैं उस जगह गया जन्हा मेरा बहुत की प्यारे पल हैं, ये वो जगह है जिन्हें मैं अपने जीवन में कभी भी नहीं भूल सकता.......

ये '' अमरकंटक'' है ........ छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के सीमावर्ती जगह में स्थित है....
यंहा मैंने अपने दोस्तों के साथ समय बिताया था..... दिनांक ०४ जून, २००४. मुझे अभी भी याद है वो प्यारे पल ......

मेरा प्यारा दोस्त दीपक, निशा, हरिश, प्रमोद, रजनीश, नरेश ........ और साथ में मेरी भूतपूर्व प्रेमिका कविता भी साथ थी ......


आज भी मुझे वो जगहों याद है ....... अच्छी तरह याद है .........

इन जगहों को याद कर मेरा रोम रोम खिल गया ...... सच कहूँ तो मैं भावविभोर हो गया.... सीधे शब्दों में मेरी आँखें भर आई .......

कविता तो मुझे नहीं मिली ....... शायद मेरे ही प्यार में कुछ कमी रही होगी!!!!

पर आज भी मैं उसके प्यार को तहेदिल से प्यार करता हूँ ......

रही बात दीपक की, वो तो मेरा यारा दिलदार है, उसके बिना मैं अपनी इस मुकाम को नहीं पहुँचता...... सीधे शब्दों में मेरी दूसरी पारी उसकी ही देन है ........

कुछ फोटो अमरकंटक की ........
सोन मुंडा......                                                                                           सोन मुंडा......  








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